वर्तमान से कतई संतुष्ट न रहें जो व्यक्ति परिवर्तन का जोखिम लेने से इनकार कर देता है, वह आगे बढ़ने में असफल हो जाता है। लीडर्स वर्तमान स्थिति को तो देखते ही हैं, परंतु इससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण बात यह है कि वे भविष्यदृष्टि का प्रयोग करके यह भी देख लेते हैं कि भविष्य में क्या हो सकता है। वे कभी यथास्थिति से संतुष्ट नहीं होते।
परिभाषा के अनुसार नेतृत्व करने का अर्थ है सबसे आगे चलना, नई जगह पर सबसे पहले पहुंचना, नए संसार पर विजय पाना और यथास्थिति से दूर जाना। डोना हैरिसन के अनुसार, 'महान लौडर्स कभी वर्तमान प्रदर्शन के स्तर से संतुष्ट नहीं होते। वे लगातार सफलता के ज्यादा ऊंचे स्तर तक पहुंचने की ताक में रहते हैं।
वे स्ययं यथास्थिति से आगे चले जाते हैं और आसपास के लोगों से भी ऐसा ही करने विकास मंत्र की अपेक्षा रखते हैं। यथास्थिति से असंतुष्ट होने का य अर्थ नहीं है कि आपका नजरिय नकारात्मक हो जाए या आप बड़बड़ाने लगे, इसका अर्थ तो अलग होने और जोखिम लेने की इच्छा से है। जो व्यक्ति परिवर्तन का जोखिम लेने से इनकार कर देता है, वह आगे बढ़ने में असफल हो जाता है।
जो लीडर यथास्थिति से प्रेम करता है, वह जल्दी ही अनुयायी बन जाता है। बेल अटलांटिक कॉर्पोरेशन के पूर्व सीईओ और चेयरमैन रेमंड स्मिथ ने एक बार कहा था, 'सुरक्षित राह पर चलने, सिर्फ अपना काम करने और लहरों में खलबली न मचाने से आपको नौकरी से तो नहीं निकाला जाएगा, परंतु आगे चलकर यह आपके कॅरिअर या आपकी कंपनी के बहुत काम नहीं आएगा।
हम लोग मूर्ख नहीं हैं। हम जानते हैं कि प्रशासकों को खोजना आसान है और वे कम वेतन पर मिल सकते हैं। लीडर्स यानी जोखिम लेने वालों की आपूर्ति बहुत कम है और जिन लीडर्स में भविष्यदृष्टि है, वे तो शुद्ध सोने जितने बेशकीमती हैं।' यानी जोखिम से वे लोग डरते हैं, जो नए समाधानों की बजाय पुरानी क साथ आरामदेह महसूस करते है।
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