हुकुमत वो ही करता हे जिसका दिलो पर राज होता हे !!!! वरना यू तो गली के मुर्गो के सिरो पे भी ताज होता हे ……!!
इस दुनिया मे कोई किसी का हमदर्द नहीं होता लाश को शमशान में रखकर अपने लोग ही पुछ्ते हे “और कितना वक़्त लगेगा”
चाहतें मेमने से भी भोली हैं, पर ज़माना कसाई से भी ज़ालिम है
इतना भी बेकार न समझो मुझे जनाब !! कलाकार हूँ … शब्दों से महफ़िलें सजाता हूँ
ज़हासे तेरी बादशाही खत्म होंती हे, वहासे मेरी नवाबी सुरु होती हे
एक तो उलफ़त के तकाज़े बहुत हैं…एक वो ज़ालिम बहुत हैं, एक हम जिद्दी बहुत हैं.
ज़िंदगी में तनहा हूँ तो क्या हुआ, तुम देखना मेरे जनाज़े में सारा शहर मेरे साथ होगा
इन्कार है जिन्हे आज मुझसे मेरा वक्त देखकर,मै खूद को इतना काबील बनाउंगा वो मिलेंगे मूझसे वक्त लेकर!
आईने से इतना मुँह चुराते हो …रूह से थोड़ा संवर क्यों नही जाते
प्यार करता हु इसलिए फ़िक्र करता हूँ, नफरत करुगा तो जिक्र भी नही करुगा
एक दिन अपनी भी Entry शेर जैसी होगी ..जब शोर कम और खौफ ज्यादा होगा