एकादशी का व्रत करें हरि का ले नाम संतान सुख का वर मिले मिटे सभी संताप हरे कृष्णा आप सभी को पौष पुत्रदा एकादशी की हार्दिक शुभकामनाएं पुत्रदा एकादशी जिसे विशेष रूप से संतान प्राप्ति और संतान की सुख समृद्धि के लिए पूजनीय माना गया है हरि भक्ति का एक अद्वितीय पर्व है यह व्रत केवल संतान सुखी नहीं बल्कि संतान के जीवन के हर क्षेत्र में शुभ फल प्रदान करता है पुत्रदा एकादशी साल में दो बार पड़ती है
एक सावन के महीने में और दूसरा पौष के महीने में तो चलिए आपको बताते हैं साल 2025 की पहली एकादशी जो कि पौष महीने के शुक्ल पक्ष की पुत्रदा एकादशी होगी कब रहेगी व्रत कब रखा जाएगा कब खोला जाएगा और इस दिन पारण का शुभ मुहूर्त कब से कब तक रहेगा इस बार एकादशी तिथि प्रारंभ होगी 9 जनवरी दिन गुरुवार को दोपहर 12 बज 23 मिनट से उससे पहले तक दशमी तिथि रहेगी और एकादशी तिथि समाप्त होगी
10 जनवरी दिन शुक्रवार को सुबह 1019 पर इसलिए इस बार केवल 10 जनवरी शुक्रवार के दिन ही पुत्रदा एकादशी का व्रत रहेगा सभी वैष्णव जन और गृहस्थ जन एकमात्र इसी दिन उपवास रखेंगे एक दिन पहले दशमी तिथि के नियमों का पालन करते हुए तुलसी के पत्र तोड़ लेने चाहिए द्वादशी तिथि प्रारंभ होगी 10 जनवरी दिन शुक्रवार को सुबह 10:2 से और द्वादशी तिथि समाप्त होगी
11 जनवरी दिन शनिवार को सुबह 8:2 पर एकादशी व्रत के दिन यानी कि 10 जनवरी शुक्रवार को ब्रह्म मुहूर्त सुबह 538 से 626 तक रहेगा सूर्योदय होगा सुबह 714 पर सूर्यास्त शाम 554 पर प्रातःकाल पूजा का मुहूर्त रहेगा सुबह 554 मिनट से 715 तक सायंकाल पूजा मुहूर्त शाम 542 से 7:4 तक इस बार शुभ और शुक्ल योग का दुर्लभ योग भी इस दिन बन रहा है शुभ योग दोपहर 2:3 तक रहेगा बाद में शुक्ल योग प्रारंभ हो जाएगा यह दोनों ही योग पूजा करने के लिए मनोकामना पूर्ति के लिए बहुत ही शुभ योग है लेकिन इस बार एकादशी के दिन भद्रा भी लग रही है और इस बार भद्रा सुबह 715 से 10 ब 199 तक रहेगी
भद्रा के समय शुभ कार्यों को करने से मना किया जाता है लेकिन इस बार भद्रा का वास स्वर्ग में रहेगा और जब स्वर्ग में भद्रा का वास होता है तो वह धरती लो पर दुखदाई नहीं होती ऐसे में आप पूजा पाठ से संबंधित कार्य कर सकते हैं शुक्रवार के दिन राहुकाल का समय रहेगा सुबह 10:30 से दोपहर 12 बजे तक अब जानते हैं 11 जनवरी दिन शनिवार के मुहूर्त के बारे में इस दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 538 से 626 तक रहेगा सूर्योदय दय होगा सुबह 714 पर सूर्यास्त शाम 555 पर प्रातःकाल पूजा का मुहूर्त सुबह 554 से 715 तक रहेगा शुक्ल योग सुबह 1149 तक रहेगा और बाद में भ्रम योग प्रारंभ हो जाएगा यह सभी मुहूर्त बहुत ही उत्तम और सभी सुखों की प्राप्ति कराने वाले हैं
राहुकाल सुबह 900 बजे से 10:30 बजे तक रहेगा बात करते हैं व्रत पारण यानी व्रत खोलने के मुहूर्त के बारे में तो 11 जनवरी दिन शनिवार को आप पुत्रदा एकादशी का व्रत खोल सकते हैं सुबह 714 से 8:2 के बीच में ध्यान रखिएगा व्रत का पारण आपको शुभ मुहूर्त के अंदर-अंदर ही करना है क्योंकि इसके बाद से त्रयोदशी तिथि प्रारंभ हो जाएगी
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