मंगल और शनि दोष से राहत दिला सकता है माचिस का यह छोटा सा उपाय, जानें हनुमान भक्ति का अनसुना रहस्य

● माचिस अग्नि से जुड़ी होती है और अग्नि को शुद्धता, शक्ति और बदलाव का प्रतीक माना गया है, अग्नि ही वह तत्व है जो अंधकार को मिटाकर रोशनी लाती है, जब हम हनुमान मंदिर में चुपचाप, बिना किसी को बताए माचिस दान करते हैं, तो यह संकेत होता है कि हम अपने जीवन के अंधेरे को रोशनी में बदलने के लिए हनुमान जी से मदद मांग रहे हैं।

● इस दान को “गुप्त दान” कहा जाता है, यानी ऐसा दान जो बिना किसी को दिखाए और बिना प्रचार के किया जाए, धर्म ग्रंथों में गुप्त दान को सबसे श्रेष्ठ माना गया है, क्योंकि इसमें दिखावा नहीं होता, केवल श्रद्धा और आस्था होती है।

● कैसे करें यह उपाय – यह उपाय मंगलवार या शनिवार को करना सबसे अच्छा माना गया है, इस दिन किसी शांत और भरोसेमंद हनुमान मंदिर में जाएं, एक साबुत माचिस की डिब्बी लें, मंदिर के अंदर कोई ऐसा कोना चुनें जहाँ लोग कम आते हों, वहां चुपचाप बिना किसी को बताए माचिस रख दें, मन में यह सोचें कि हे बजरंगबली, मेरे जीवन के अंधकार को उजाले में बदल दो, मेरी मुश्किलें खत्म करो।

● नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है – माचिस अग्नि तत्व की वजह से घर या व्यक्ति के आसपास की नकारात्मकता को जलाकर खत्म करने का संकेत देती है, ऐसा माना जाता है कि यह उपाय मन में छिपे डर और तनाव को भी कम करता है।

● राहु, केतु और शनि के प्रभाव में राहत – जिन लोगों की कुंडली में राहु, केतु या शनि से जुड़ी समस्याएं चल रही हों, उनके लिए माचिस का यह दान मानसिक राहत देने वाला हो सकता है।

● मंगल दोष से राहत – अगर किसी की कुंडली में मंगल दोष हो, जिससे वैवाहिक जीवन में समस्या, क्रोध, झगड़े या संपत्ति से जुड़े विवाद हो रहे हों, तो यह उपाय काफी मददगार माना गया है।

● कैरियर में रुकावट दूर करने में मदद – अगर किसी का प्रमोशन रुक गया हो, ट्रांसफर नहीं हो रहा हो या ऑफिस में सम्मान की कमी हो, तो माचिस का गुप्त दान कई बार काम कर जाता है इससे निर्णय लेने की ताकत और आत्मविश्वास बढ़ता है।

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